सर्वाइकल कैंसर से बचाएगी HPV वैक्सीन, जानें इस बीमारी से जुड़ी अहम बातें
तेजी से बदलती जीवनशैली का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है और हम कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इन्हीं में से एक है कैंसर, जो किसी को भी अपना शिकार बना सकती है।
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कैंसर कई प्रकार के होते हैं, उनमें से एक है सर्वाइकल कैंसर, जो खासतौर पर महिलाओं को प्रभावित करता है। यह कैंसर का एक खतरनाक रूप है, जिसकी वजह से कई महिलाओं की जान जा चुकी है।
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हालांकि, HPV वैक्सीन की मदद से इस कैंसर को रोका जा सकता है। आइए जानते हैं क्या है ये वैक्सीन और कैसे काम करती है?
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यौन गतिविधियों से फैलने वाले इस वायरस के दो प्रकार के स्ट्रेन होते हैं, जिनमें से कुछ प्राइवेट पार्ट्स में मस्से या गांठ का कारण बनते हैं, जबकि इसके कुछ स्ट्रेन कैंसर का कारण बन सकते हैं।
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ज्यादातर मामलों में शरीर इस वायरस का पता लगाकर उसे खत्म कर देता है, लेकिन अगर यह वायरस लंबे समय तक शरीर में रहता है तो यह कैंसर का कारण बन सकता है।
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HPV वैक्सीन का उपयोग आमतौर पर कैंसर को रोकने के लिए किया जाता है। यह टीका मुंह, गले, सिर और गर्दन के कैंसर से भी बचाता है।
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यह टीका अन्य टीकों की तरह 9 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को दिया जा सकता है। दरअसल वैक्सीन के लिए चयन की सही उम्र व्यक्ति के यौन रूप से सक्रिय होने से पहले की होती है।
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यदि आप यौन गतिविधियों में सक्रिय हैं और HPV वायरस से संक्रमित हो जाते हैं, तो आपको इस टीके से लाभ हो सकता है। HVP का टीका लगवाने से पुरुषों और महिलाओं को कैंसर से बचाने में मदद मिलती है।
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HPV वैक्सीन के बाद भी महिलाओं को पैप स्मियर टेस्ट की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह टीका टेस्ट की जगह नहीं ले सकता है।
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21 साल की उम्र से नियमित रूप से पैप स्मियर टेस्ट कराना चाहिए, ताकि समय रहते सर्वाइकल कैंसर का पता चल सके।