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महाशिवरात्रि का पर्व इस साल 26 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है।
भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र बहुत ही महत्व रखता है। लेकिन इससे जुड़े कुछ नियमें होते हैं।
शिवलिंग पर बेलपत्र हमेशा तीन पत्तियों वाली ही अर्पित करनी चाहिए। इसमें कोई दाग या धब्बे न हों।
कभी भी शिवलिंग पर कटे-फटे और मुरझाए बेलपत्र को नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से पहले उसे अच्छे से धो लें। इसके बाद पत्ते का चिकना हिस्सा शिवलिंग पर चढ़ाएं।
शिवलिंग पर 11 या 21 संख्या में बेलपत्र चढ़ाई जा सकती है। इससे कम नहीं चढ़ानी चाहिए।
बेलपत्र तोड़ते समय भगवान शिव का स्मरण करना चाहिए। साथ ही बेल के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए।
बेलपत्र के पत्तों को सोमवार, अमावस्या, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत और नवमी तिथियों को नहीं तोड़ना चाहिए।