By: Deepika Pal
NavBharat Live Desk
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम जी महाराज के दर्शन करने से मनोकामना पूरी होती है।
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खाटू श्याम जी में कोई शीश झुकाकर, कोई मन्नत का धागा बांधकर तो कोई अपनी मुराद पर्ची पर लिखकर अर्जी लगाता है।
इसके लिए एक सफेद कोरा कागज लें, एक नए लाल रंग के पेन से श्रीश्याम लिखें और फिर नीचे अपनी अर्जी लिखें।
अर्जी लिखने के बाद कलावा या मौली से इसे एक सूखे नारियल के साथ बांध दें। अब इस नारियल को खाटू श्याम के दरबार में चढ़ा दें।
कई बार ऐसा होेता है कि, अर्जी नहीं चढ़ा पाएं है तो आप किसी दूसरे के हाथ भी अर्जी भेज सकते है।
खाटू श्याम जी का नाम बर्बरीक रहा है जो भीम के पोते और घटोत्कच के बेटे हैं। वे वीर योद्धा थे जिनका महाभारत में वर्णन है।
खाटू श्याम जी को हारे का सहारा कहते हैं। एक बार मां से कहा था कि वे युद्ध में उसी का साथ देंगे जो लड़ाई हार रहा होगा।
बर्बरीक ने भगवान श्रीकृष्ण को शीश देने की बात कही। कर्तव्य को देख कृष्णजी ने कलियुग में खाटू श्याम से पूजे जाने का वरदान दिया।