कोरोना के बाद अब दुनियाभर में बर्ड फ्लू के खतरनाक दो स्ट्रेन एच5एन1 और एच5एन2 की दस्तक हुई है। जिसकी चपेट में आने से एक मैक्सिकन की मौत के मामले की पुष्टि हुई है।
इसके अलावा एच5एन1 से संक्रमित जानवर के शरीर के तरल पदार्थ, जैसे थूक (लार), छींकने-खांसने से निकलने वाले ड्रॉपलेट या मल के संपर्क में आने से इंसानों में ये संक्रमण हो सकता है।
इस वायरस के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने भारत में सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) पक्षियों या मुर्गियों में किसी भी असामान्य मौत पर नजर रखने के निर्देश दिए है। इसके लक्षण पहचानकर जांच जरूरी है।
इस वायरस से बचाव के लिए हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखने और मास्क के माध्यम से इसके खतरे को कम किया जा सकता है। पक्षियों, जंगली जानवरों और पशुओं के निकट संपर्क में आने से बचें। किसी बीमार के संपर्क में ना आए।