इनकम टैक्स और टीडीएस दोनों अलग-अलग हैं जिसको लेकर कई लोग कंफ्यूज रहते हैं।
कई टैक्सपेयर्स को लगता है कि अलग टीडीएस कट चुका है तो इनकम टैक्स नहीं देना होगा।
बता दें कि इनकम टैक्स और टीडीएस हमारे देश के टैक्सेशन सिस्टम के जरूरी फैक्टर हैं।
इनकम टैक्स एक डायरेक्ट टैक्स है जो सरकार किसी व्यक्ति की इनकम से वसूलती है।
इनकम टैक्स को कैलकुलेट करके टैक्स चुकाने की जिम्मेदारी टैक्सपेयर की होती है।
वहीं TDS के जरिए सरकार एडवांस टैक्स के तौर पर इनकम सोर्स से सीधा टैक्स कलेक्ट करती है।
TDS एक विदहोल्डिंग टैक्स है जो किसी व्यक्ति को मिलने वाले वेतन, ब्याज, या कंसल्टेंसी फीस से काट ली जाती है।
TDS कटौती के बाद रकम सरकार को भेजी जाती है जो टैक्स चोरी रोकने में मदद करती है।