By - Simran Singh

Image Source: Social Media

प्रेम

राधा रानी का कृष्ण के प्रति और कृष्ण का राधा रानी के प्रति प्रेम गहरा था।

कथा के अनुसार, राधा रानी से भयंकर अपराध हुआ जिससे क्रोधित होकर श्री कृष्ण ने उन्हें श्राप दे दिया।

श्री कृष्ण का श्राप 

इस कथा को किस ग्रंथ में लिखी है इसकी कोई जानकारी नहीं है।

ग्रंथ की नहीं जानकारी

जब श्री कृष्ण और राधा रानी गोलोक में रास रचा रहे थे, तब अचानक से श्री कृष्ण रास के माध्य से कहीं चले गए।

गोलोक में रास

राधा रानी अकेले रह गई, तब उनके हृदय में इच्छा जागी कि गोलोक में भी एक बालक हो।

राधा की इच्छा

राधा रानी ने सोचा और तभी एक नन्हा सा बालक गोलोक में प्रकट हो गया।

नन्हा बालक

राधा रानी परम सुंदरी हैं उनकी कल्पना का बालक भी परम तेजस्वी था।

सुंदर बालक

इतना मनमोहक रूपवान था जिसकी वाख्या कर पाना भी संभव नहीं।

मनमोहन

राधा रानी ने जब उस बालक को गोद में लिया तो बालक ने मुख खोलकर दिखाया जिसमें समस्त ब्रह्मांड था।

समस्त ब्रह्मांड

यह देख राधा रानी ने उस बालक को पानी में समाहित कर दिया।

पानी में समाहित

श्री कृष्ण को इस बारे में पता चला तो उन्होंने राधा रानी को संतान रहित रहने का श्राप दिया।

संतान रहित

लेकिन इस कथा में कितनी सच्चाई है ये बता पाना मुश्किल है।

सच या झूठ

क्या है पाकिस्तान का राष्ट्रीय पशु?