यूएई के अबू धाबी स्थित हिंदू मंदिर का बीते महीने एक बड़े कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था।
एक मार्च, शुक्रवार से सभी के लिए मंदिर को खोल दिया गया है। मंदिर के दरवाजे सभी धर्मों और संप्रदाय के लोगों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं।
मंदिर की ओर से लोगों को ऐसे कपड़े पहनने की सलाह दी गई है, जो उनके कंधों और घुटनों को ढकते हों। कपड़ों पर आपत्तिजनक डिजाइन और नारे भी नहीं लिखे होने चाहिए।
साथ ही परिसर की पवित्रता बनाए रखने के लिए पारदर्शी, पारभासी, या टाइट-फिटिंग वस्त्र भी निषिद्ध हैं।
अगर दर्शन करने आए लोग इन दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते और कर्मचारी किसी की पोशाक को अनुचित मानते हैं तो उनको प्रवेश से रोका जा सकता है।
मंदिर में अकेले बच्चे भी नहीं जा सकते। मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए बच्चों के साथ एक वयस्क होना चाहिए।
मंदिर परिसर के भीतर बैग, रूकसैक/बैकपैक और केबिन सामान की अनुमति नहीं है। हथियार और नुकीली वस्तुएं, चाकू, लाइटर और माचिस भी मंदिर में नहीं ले जा सकेंगे।
पार्किंग क्षेत्रों सहित पूरे मंदिर परिसर में धूम्रपान, शराब और तंबाकू उत्पादों का उपयोग सख्त वर्जित है।
मंदिर में आने वाले भक्तों को पालतू जानवरों को लाने की अनुमति नहीं होगी। जानवरों को मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं है।
इसके साथ-साथ मंदिर परिसर के भीतर बाहरी भोजन और पेय पदार्थ लाने की भी अनुमति नहीं है। मंदिर परिसर में ही सात्विक भोजन उपलब्ध होगा।
मोबाइल फोन का उपयोग मंदिर के बाहरी हिस्से में कर सकेंगे लेकिन मंदिर के भीतर ये सख्त वर्जित हैं।
भक्तों को मंदिर के पत्थर की नक्काशी, अलंकरण, पेंटिंग या सुरक्षात्मक आवरण को नहीं छूने का अनुरोध किया गया है।
भक्तों का मंदिर की दीवारों पर लिखना और चित्र बनाना सख्त वर्जित है।