By - Simran Singh
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मासिक धर्म में मूर्ति को स्पर्श न करें ऐसे में आप अलग विधि से उनका पूजन कर सकते हैं।
सुबह स्नान के बाद पूजा घर से थोड़ी दूरी पर आसन बिछाकर बैठ जाएं।
एक थाली में मिट्टी से लड्डू गोपल की मूर्ति बनाएं, फिर इस मूर्ति का विधि-विधान से पूजन करें।
आरती करें और माखन—मिश्री का भोग लगाएं। फिर इस मूर्ति का दूध में घोल दें।
थाली में से लड्डू गोपाल को अर्पित किए गए प्रसाद से एक फल निकाल लें।
मिट्टी व दूध के इस मिश्रण को तुलसी के पौधे में डाल दें।
इस प्रकार आप मासिक धर्म में भी अलग विधि से लड्डू गोपाल की पूजा कर सकते हैं।