By - shiwani mishra

Image Source: Freepik

ब्लड प्रेशर बढ़ने और कम होने की स्थिति गंभीर होती है। 

 इसका संतुलन बनाए रखना जरूरी है। लो बीपी से हार्ट फेलियर और स्ट्रोक आ सकता है। तो हाई बीपी से हार्ट अटैक आ सकता है।

संतुलन

 रिसर्च में ब्लड प्रेशर को लेकर बताया गया कि रात और दिन के समय बीपी अलग-अलग होता है। 

ब्लड प्रेशर

दिन के समय दिल पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है। जिससे दिल की नसें दबती हैं। और ब्लड प्रेशर सही तरीके से कम नहीं होता है।

दिल की नसें

नसों में कठोरता आती है। इससे हमारे हृदय पर अधिक बोझ पड़ता है। यह दिल की बीमारियों के रिस्क को भी बढ़ाता है।

कठोरता

ऑफिस में वर्क लोड होता है। अगर स्थिति खड़े रहकर काम करने की है। तो इससे बॉडी की नसों में सिकुड़न आ जाती हैं।

वर्क लोड

इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसके विपरीत, बैठकर काम करने से ब्लड प्रेशर पर गलत प्रभाव नहीं पड़ता है।

प्रभाव

लंबे समय तक बैठे रहने के बावजूद शारीरिक व्यायाम बेहद जरूरी है।

बैठे रहना