हर साल वित्त मंत्री द्वारा 1 फरवरी 2024 को बजट पेश किया जाता है। लेकिन चुनावी साल में बजट दो बात पेश होता है।
इस साल चुनाव होने की वजह से पहले अंतरिम बजट पेश किया जाएगा। फिर नई सरकार आने के बाद आम बजट पेश किया जाएगा।
ऐसे में यह सवाल उठता है कि अंतरिम बजट और आम बजट के बीच अंतर क्या है? तो चलिए जानते हैं।
अंतरिम बजट उस साल पेश किया जाता है, जिस साल लोकसभा चुनाव होने होते हैं। जबकि अन्य वित्त साल में आम या पूर्ण बजट पेश किया जाता है।
अंतरिम बजट में नई योजनाओं की शुरुआत नहीं होती है, सिर्फ चल रही योजनाओं के लिए आवश्यक राशि दी जाती है।
पूर्ण या आम बजट में नई योजनाएं पेश होते हैं। साथ ही कई क्षेत्रों में चल रही योजनाओं के लिए राशि आवंटित भी की जाती है।
अंतरिम बजट मुख्य तौर पर दो महीने के लिए ही वैध होता है, हालांकि जरूरत होने पर इसे बढ़ाया जा सकता है।
पूर्ण बजट एक साल के लिए पेश किया जाता है। जो कि सरकार के निर्देशन में लागू होता है।
अंतरिम बजट एक ऐसा बजट होता है जो एक लोकसभा की अवधि के अंत में या एक नई सरकार के चुनावों से पहले पेश किया जाता है।
जबकि आम बजट का उद्देश्य देश की सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से सुधार लाना, साथ ही देश की जनता के लिए बेहतर जीवन जीने में मदद करना है।
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