3 मार्च 2002 को बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप हुआ था।
2004 में 11 आरोपियों को गिरफ्तार करके कार्रवाई शुरू की गयी थी।
21 जनवरी 2008 को स्पेशल CBI कोर्ट ने 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
फिर गुजरात सरकार ने इस सजा देने के फैसले को पलट कर रख दिया।
अगस्त 2022 में गुजरात सरकार ने उम्रकैद की सजा पाने वाले 11 दोषियों को रिहा कर दिया था।
इसके बाद दोषियों के रिहाई के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।
फिर इस केस की सुनवाई गुजरात से बंद हो कर, ये मामला महाराष्ट्र में चला गया।
आज सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार के फैसले को गलत करार दिया है।
बिलकिस बानो गैंगरेप के सभी 11 दोषी अब फिर से जेल जायेंगे।
अब इस मामले में आगे का फैसला महाराष्ट्र सरकार करेगी।
गुजरात में इस मामले के दौरान BJP की ही सरकार थी।
अब महाराष्ट्र में भी BJP समूह से जुड़ी सरकार है, यह देखना अहम होगा कि शिंदे सरकार क्या फैसला लेती है।
बिलकिस बानो को धमकियां मिलती है, ऐसे में बिलकिस के सुरक्षा का गंभीर सवाल आज भी खड़ा है।