ये हैं नीतीश कुमार की आधा दर्जन खासियतें

बिहार की राजनीतिक मौसम को भांपकर सियासत करते रहते है। इसलिए नीतीश को चुनावी मौसम वैज्ञानिक कहा जाता है।

नीतीश कुमार कभी भी अपने सहयोगियों के साथ सहज नहीं रह सके, जिसके कारण उन्होंने कई बार अपने साझेदार बदले। इसलिए उन्हें पलटूराम कहा जाता है।  

नीतीश कुमार ऐसे पहले सीएम हैं, जो 9 बार मुख्यमंत्री की शपथ तो ली, लेकिन उनकी पार्टी को अपने बूते कभी बहुमत नहीं मिला।   

10 साल पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सियासी गलियारे में 'सुशासन बाबू' के नाम से जाने जाते थे। तब वे बिहार में विकास के चेहरा थे।

साल 2017 में लालू यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसा था  और काह था की वे गैर भरोसेमंद है और उनके पेट में दांत है 

 किसी के सगे नहीं। क्योंकि नीतीश कुमार ने साल 2000 से  अब तक कभी वे NDA तो कभी महागठबंधन का हिस्सा रहे।