By - Shiwani Mishra Image Source: social media
बशर अल असद का ताल्लुक अलावी समुदाय से है। यह समुदाय सीरिया में अल्पसंख्यक है।
सीरिया में अलावी समुदाय की आबादी महज 12 प्रतिशत है। मगर सत्ता इसी अलावी राजवंश के पास थी।
बशर अल असद के भागने के बाद नई सरकार बनाने की कवायद में विद्रोही जुट गए हैं।
कई सीरियाई और विदेशी पर्यवेक्षकों को उम्मीद थी कि वह सत्तावादी शासन द्वारा लंबे समय से दबाए गए सिस्टम में सुधार और खुलापन लाएंगे।
वे उम्मीदें जल्दी ही खत्म हो गईं। बशर भी अपने पिता की तर्ज पर तानाशाही शासन की ओर चल पड़े।
यूं हुई थी 2011 में विद्रोह की शुरुआतः 2011 में लीबिया, ट्यूनीशिया और मिस्त्र में विद्रोह भड़का।
सीरिया की आम जनता का दमन भी किया और शासन की सुरक्षा और सैन्य तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।