घास पर नंगे पैर चलना एक प्राकृतिक थेरेपी है

20 May 2025

By: Simran Singh

NavBharat Live Desk

पैरों के तलवों में मौजूद एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को उत्तेजना मिलती है, जिससे दृष्टि शक्ति में सुधार होता है।

आंखों की रोशनी बढ़ती है

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डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद, ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है।

ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है

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सुबह-सुबह ठंडी घास पर चलने से नसें रिलैक्स होती हैं, जिससे हाई BP या लो BP कंट्रोल में रहता है।

ब्लड प्रेशर संतुलित

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प्राकृतिक स्पर्श और हरियाली मन को शांत करती है और स्ट्रेस हार्मोन (कॉर्टिसोल) कम होता है।

तनाव से राहत मिलती है

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ताजगी और पॉजिटिव एनर्जी का अनुभव होता है, जिससे मानसिक स्पष्टता और फोकस बेहतर होता है।

मूड फ्रेश और दिमाग शांत 

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सुबह की ताजी हवा और पेड़ों से मिलने वाली ऑक्सीजन शरीर को ऊर्जावान बनाती है।

शरीर को भरपूर ऑक्सीजन

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नियमित रूप से नंगे पैर चलने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है।

इम्यून सिस्टम मजबूत

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यह आदत न केवल एक फिजिकल एक्सरसाइज है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी बेहद लाभकारी है।

नोट

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