केरल में दिमाग खाने वाला अमीबा का संक्रमण फैला है जिसके अब तक चार मामले मिल चुके हैं।

इस संक्रमण को मेडिकल की भाषा में Primary amoebic meningoencephalitis कहते है।

ब्रेन के टिशूज को नष्ट कर देता है जिसकी वजह से ब्रेन में सूजन बढ़ जाती है।

यह नेगलेरिया फाउलेरी एक सूक्ष्म जीव है जो मिट्टी औऱ पानी में पाया जाता है।

स्वीमिंग और गोताखोरी के दौरान अमीबा युक्त पानी नाक के जरिए ब्रेन में पहुंच जाता है।

तेज सिरदर्द, बुखार, मतली, उल्टी, दिमागी दौरा के लक्षण मिलते हैं।

लक्षण की चपेट में आकर मरीज की मौत 5 दिनों के अंदर हो जाती है।

स्विमिंग पूल और वाटर थीम पार्कों के पानी में क्लोरीन होने पर ही नहाएं।