
कूल रूफ्स (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Amravati News: अमरावती शहर में लगातार बढ़ते तापमान और ऊर्जा खपत की समस्या को देखते हुए मनपा ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। शहर में शहरी उष्णता को कम करने और ऊर्जा बचत को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कूल रूफ उपनियम लागू किया जा रहा है। इस उपनियम के माध्यम से अमरावती देश के अग्रणी क्लाइमेट रेजिलिएंट शहरों में एक कदम आगे बढ़ेगा।
कूल रूफ्स ऐसी छतें होती हैं जो सूर्य की किरणों को अधिक परावर्तित करती हैं और पारंपरिक छतों की तुलना में तापमान को काफी कम रखती हैं। इससे घरों में गर्मी कम होती है, एसी या कूलर के उपयोग में कमी आती है और बिजली की खपत घटती है।
अमरावती जैसे गर्म जलवायु वाले शहर में कूल रूफ्स के उपयोग से ऊर्जा खपत में लगभग 23% तक कमी आने का अनुमान हैण् इससे करीब 32 GWh ऊर्जा की बचत होगी, जो शहर के बिजली उपयोग पर बड़ा सकारात्मक प्रभाव डालेगी। मनपा का वर्ष 2030 तक 5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कूल रूफ्स विकसित करने का लक्ष्य है।
मनपा द्वारा सभी सरकारी, व्यावसायिक, सार्वजनिक और 500 वर्ग मीटर से बड़े आवासीय भवनों में कूल रूफ लगाना अनिवार्य करवाया जाएगा, निजी भवनों को ‘कूल रूफ’ अपनाने पर कर छूट और क्लाइमेट रेजिलिएंट कूल रूफ सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
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महानगरपालिका कूल रूफ्स के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करेगी, जिनमें परावर्तक कोटिंग्स, ग्रीन रूफ्स, लाइम वॉश, सिंथेटिक मेंब्रेन और सोलर पैनल सिस्टम शामिल है। ग्रीन रूफ्स के माध्यम से इमारतों को प्राकृतिक ठंडक और बेहतर इन्सुलेशन भी मिलेगा। कूल रूफ्स से शहर के तापमान में कमी, बिजली की बचत और शहरी उष्णता में कमी आएगी। C40 संस्था की रिपोर्ट के अनुसार शहरों में बढ़ती गर्मी से बिजली की मांग और खपत में तेजी से वृद्धि हो रही है ऐसे में कूल रूफ्स एक प्रभावी समाधान साबित होंगे।
कूल रूफ उपनियम 2025 शहर को जलवायु परिवर्तन से निपटने और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल अमरावती को न केवल एक ‘ग्रीन सिटी’ बल्कि एक सस्टेनेबल सिटी बनाने की दिशा में मजबूत आधार प्रदान करेगी।






